top of page

आई शरद पूनम की रात मधुबन में आज रचो महारास

Aai shrad poonam ki raat madhuvan mai aaj rachyo maharaas

आयी शरद पूनम की रात
मधुबन में आज रच्यो महारास

चारों दिशाओं में मुरली की तान,
गोपियों के संग नाचे राधे का श्याम ।
धरती गगन झूमे होके मगन,
गूंजन में छाया है प्रेम का रंग ।
करे चंदा की किरणे प्रकाश,
मधुबन में आज रच्यो महारास...

यमुना के लहरों में कैसा है शोर,
ले गया मन मेरा हाय चितचोर ।
चरणों की दासी बावरिया हुई,
मैं तो बस तेरी सांवरिया हुई ।
रख ले मुझको तू चरणों के पास
मधुबन में आज रच्यो महारास...

श्रेणी:

कृष्ण भजन

स्वर:

Sarika Bansal (Dimple)

bottom of page