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कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे
Kanha Kho Gaya Dill Mera Tere Vrindavan Mai
कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे
तेरी मुरली की धुन जो बजती है,
सारी गोपियों को प्यारी लगती है ।
कैसा जादू भरा इन तानों मे,
कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे ॥
तेरी जमुना की निर्मल धारा है,
सभी पापियों को इस ने तारा है ।
कैसा जादू भरा इन लेहरो मे,
कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे ॥
तेरे मंदिरों मे चेन मिलता है,
फूल मुरझाया फ़िर से खिलता है ।
कैसा जादू भरा इन नेनो मे,
कान्हा खो गया दिल मेरा तेरे वृंदावन मे ॥
श्रेणी:
कृष्ण भजन
स्वर:
Sunita Khosla ji
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