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कितना प्यारा है सिंगार, की तेरी लेहूं नज़र उतार,

Kitna pyara hai shingar

कितना प्यारा है सिंगार, की तेरी लेहूं नज़र उतार,
सांवरिया तुझको किसने सजाया है,
तुझे सुन्दर से सुंदर गजरा पहनाया है|
कितना प्यारा है सिंगार की तेरी...........

केसर चंदन तिलक लगा कर सज धज के बेठो है,
लग गये तेरे चार चाँद जो पहने तूने हार,
कितना प्यारा है सिंगार ....

सांवरिया तेरा चेहरा चमकता है,
तेरा कीर्तन बहुत बड़ा दरबार महकता है,
कितना प्यारा है सिंगार की तेरी.......

किसी भगत से कह कर कान्हा काली टिकी लगवा ले,
या फिर तू बोले तो लेयूं नून राई वार,
कितना प्यारा है सिंगार की तेरी.......

सांवरिया तेरे भगतों को तेरी फिकर,
कभी लग ना जाये तुझे दुनिया की बुरी नजर,
कितना प्यारा है सिंगार की तेरी.......

पता नहीं तू किस रंग का है
आज तक न जान सखी,
बनवारी हम ने देखे है तेरे रंग हज़ार,
कितना प्यारा है सिंगार की तेरी.......

सांवरिया थोरा बच बच के रहना जी,
कभी मान भी लो कन्हा भगतों का कहना जी,
कितना प्यारा है सिंगार की तेरी.......

श्रेणी:

कृष्ण भजन

स्वर:

Poonam Dewakar Sharma ji

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