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कैसे ना इतराऊं में बरसाना मिला है

Kaise Na itraau mein Barsana mila hai

राधा श्री राधा श्री राधा श्री राधा राधा, राधा श्री राधा श्री राधा श्री राधा राधा

कैसे ना इतराऊं मैं बरसाना मिला है
बरसाना मिला है मेंहखाना मिला है

जप तप साधक के बस की नहीं है
केवल किशोरी जू की करुणा भई है
रोम रोम ये खिला है बरसाना मिला है

पूछने से पहले होता प्रबंध है
कैसे बताऊं आनंद ही आनंद है
शिकवा ना कोई गिला है बरसाना मिला है

एक दिन किशोरी जी सामने आ जाएगी
राधा राधा कह के मेरी सांस रुक जाएगी
जीवन का ये सिलसिला है बरसाना मिला है
#bhajan potli

श्रेणी:

राधा रानी भजन

स्वर:

Sangeeta Kapur

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