दिलदार कन्हैया ने मुझको अपनाया है।
Dildar kanhaiya ne mujhko apnaya hai
दिलदार कन्हैया ने मुझको अपनाया है।
रस्ते से उठा करके सीने से लगाया है।
न कर्म ही अच्छे थे न भाग्य प्रबल मेरा।
न सेवा करी तेरी न नाम कभी तेरा।
ये तेरा बड़प्पन है मुझे प्रेम सिखाया है।
रस्ते से उठा करके सीने से लगाया है।
दिलदार कन्हैया ने मुझको अपनाया है।
जो कुछ भी हूं आज प्रभु सब तेरी मेहरबानी।
शत शत है नमन तुमको कही गीता की वाणी।
तूने ही दया करके जीवन महकाया है।
रस्ते से उठा करके सीने से लगाया है।
दिलदार कन्हैया ने मुझको अपनाया है।
प्रभु रखना संभाल मेरी ये मन न भटक जाए।
बस इतना ध्यान रहे कोई दाग न लग जाए।
बदरंग न हो जाए जो रंग चढ़ाया है।
रस्ते से उठा करके सीने से लगाया है।
दिलदार कन्हैया ने मुझको अपनाया है।
एहसास है ये मुझको चरणों में सुरक्षित हूं।
एहसान बहुत तेरे भूले न कभी मुझको।
श्री श्याम सुधामृत का स्वाद चखाया है।
रस्ते से उठा करके सीने से लगाया है।
दिलदार कन्हैया ने मुझको अपनाया है।
रस्ते से उठा करके सीने से लगाया है।
जय श्री श्याम।
श्रेणी:
कृष्ण भजन
स्वर:
Pooja Tanejaji