पिया के रंग, रंग दी ओढनी
Piya ke rang rang di odni
रंग दी नी रंग दी नी रंग दी नी रंग दी नी
पिया के रंग, रंग दी ओढनी, सजन संग
रंग दी ओढनी, पिया के संग.......
लाली मेरे यार की जित देखू तित लाल
लाली वेखन मैं चली मैं भी होगी लाल
पिया के रंग.......
उतरे दरिया प्रेम का जाकी उलटी धार
पार गया तो डूब गया, डूब गया सो पार
पिया के संग.......
ऐसी रंग दी की रंग नाही छूटे, रंग नाही
छूटे श्यामा रंग नाही छूटे,धोबियाँ धोये
चाहे सारी उमरियाँ पिया के रंग........
प्रेम रंग में ऐसी डूबी, पिया के रंग में ऐसी
डूबी,बन गई जोगनियाँ पिया के रंग........
प्रेम वटी का मदवा पिला के, मदवा पिला
के श्यामा मदवा पिला के, अपने ही रंग
लीनी पिया के रंग........
अपनी छवि बना के जो मैं पी के पास गई
जो छवि देखी पी की, तो अपनी भूल गई
पिया के रंग........
रंग दी नी रंग दी नी रंग दी नी रंग दी नी
पिया के रंग दी ओढनी सजन संग रंग दी
ओढनी पिया के संग.........
श्रेणी:
कृष्ण भजन
स्वर:
Sangeeta Kapur ji