top of page

माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी और भजन श्याम के गाउंगी

maye ri mai to vrindavan chali jaugi

माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी और भजन श्याम के गाउंगी
ना भाए मुझे महल दो महले
ना चाहिए मुझे शाल दुशाले
माई री मैं तो कुटिया में रह जाऊंगी और भजन श्याम के जाऊंगी
माई री मैं तो वृंदावन.......

जमुना जी से जल भर लाऊं
चौकी चंदन की बनवाऊ
माई री तो शाम को स्नान कराऊंगी और भजन श्याम के गाऊागी
मानी
माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी......

गोरी सी एक पालूं गैया
रोज बनाऊं दूध और दहीया
शाम को माखन भोग लगाऊंगी और भजन श्याम के गाउंगी
माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी......

पतली पतली बनाऊं फुलकिया
पास बुला लूं सारी सखियां
मैया री मै पंखा झोल झूलाऊागी और भजन श्याम के गाऊंगी
माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी......

चुनचुन फूल कमल के लाऊं
फिर कान्हा की सेज सजाऊं
माई री मैं तो धीरे-धीरे चरण दबाऊंगी और भजन श्याम के गाऊंगी
माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी......

घिस घिस चंदन तिलक लगाऊा
मन में श्याम की सूरत बसाऊं
माई री मैं तो भवसागर तर जाऊंगी और भजन श्याम के गाऊंगी
माई री मैं तो वृंदावन चली जाऊंगी.....

श्रेणी:

कृष्ण भजन

स्वर:

Meenu Sethi ji

bottom of page