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मेरे महबूब प्यारे कन्हैया किस जगह तेरा जलवा नह ी है।।
Mere mahbub pyare kanhiya kis jagah tera jalwa nahi hai
मेरे महबूब प्यारे कन्हैया
किस जगह तेरा जलवा नही है।।
आँख वालो ने तुझको देखा है
कान वालो ने तुझको सुना है।।
तुमको पहचानते है वो इंसान
जिनकी आँखो में परदा नही है।।
मेरे महबूब प्यारे कन्हैया
किस जगह तेरा जलवा नही है।।
लोग पीते है पी पी के गिरते
हम तो पीते है गिरते नही है
हम तो पीते है सत्संग का प्याला
वो नशा जो उतरता नही है।।
मेरे महबूब प्यारे कन्हैया
किस जगह तेरा जलवा नही है।।
पूजा करते है सांझ सवेरे
अब तो कंतो चौरासी वेल फेरे
दुनिया वेल अगर कुच्छ भी समझे
हम तो दुनिया से डरते नही है।।
मेरे महबूब प्यारे कन्हैया
किस जगह तेरा जलवा नही है।।
श्रेणी:
कृष्ण भजन
स्वर:
Usha Arora ji
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